महाशिवरात्रि का अर्थ है "महादेव की रात्रि"। इस त्योहार में भगवान शिव की पूजा-अर्चना की जाती है।
इस त्योहार को फागुन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव ने समुद्र मंथन किया था।
महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं और पापों का नाश होता है।
इस दिन लोग जागरण करते हैं और शिव पुराण की कथाएं सुनते हैं।
शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर जल और बेल पत्र चढ़ाकर पूजा की जाती है।
महाशिवरात्रि पर गंगा नदी का जल लेकर शिवलिंग की अभिषेक किया जाता है।
इस दिन व्रत रखकर और भगवान शिव की पूजा करके लोग अपने जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करते हैं।
महाशिवरात्रि के दिन लोग नीम के पत्ते, बेल पत्ते और धतूरा के पत्ते का सेवन करते हैं जो भगवान शिव को अर्पित किया जाता है।
इस दिन लोग भगवान शिव के नाम का जप करते हैं और उन्हें अर्चना करते हैं।
महाशिवरात्रि का पर्व हिन्दू पंचांग के अनुसार मनाया जाता है और यह सभी उत्सवों में शिव की पूजा का महत्वपूर्ण स्थान है।