Goldman Sachs: खबर सामने निकल कर आ रही है की ग्लोबल मुख्य ब्रोकरेज गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) ने मुख्या भारतीय बैंकिंग शेयरों की रेटिंग में कटौती कर दी है । ब्रोकरेज फर्म के द्वारा अनुमान जताया गया है कि वित्त वर्ष 2025-26 के दौरान औसतन 5 प्रतिशत से 2 प्रतिशत तक की कटौती की जा सकती है। आईये हम यहाँ पर जानते हैं कि SBI ICICI Bank Yes Bank की रेटिंग में क्या बदलाव हुआ है। इस रिपोर्ट में विस्तार से जानने का प्रयास करतें हैं।
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Goldman Sachs:
ग्लोबल मुख्य ब्रोकरेज गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) ने प्रमुख भारतीय बैंकिंग शेयरों की रेटिंग घटा दी है। गोल्डमैन सैक्स ने अनुमान जताया है कि वित्त वर्ष 2025-26 के दौरान औसतन 5 प्रतिशत से 2 प्रतिशत तक की कटौती हो सकती है।
गोल्डमैन सैक्स ने बैंकों के बारे में क्या कहा है:
का मानना है की कि वित्तीय क्षेत्र के लिए अच्छी ग्रोथ की अवधि निकट अवधि में समाप्त हो चुकी है। दरअसल, फंडिंग माहौल में संरचनात्मक चुनौतियों के कारण फंड की लागत में दबाव बढ़ता चला जा रहा है। यह बढ़ती हुई चिंताएं जैसी प्रतिकूल परिस्थितियों को बढ़ावा दे रही हैं। बढ़ते उपभोक्ता के कारण संभावित परिसंपत्ति गुणवत्ता चुनौतियाँ उत्पन्न हो रही हैं। विशेष रूप से असुरक्षित कर्ज के कारण लोन लागत में वृद्धि होती चली जा रही है।
ऐसे में हम उपभोक्ता रिटेल की तुलना में कमर्शियल रिटेल को प्राथमिकता देते हैं और भविष्य में इसके तेजी से बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके साथ ही यह शानदार रिटर्न प्रोफाइल प्रदान करता है।
कितनी काम हुई भारतीय बैंक की रेटिंग:
गोल्डमैन सैक्स के द्वारा बताया गया है की एसबीआई (SBI) को 4 प्रतिशत नीचे और आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) को 3 प्रतिशत ऊपर किया है। वहीं, यस बैंक (YES Bank) को न्यूट्रल 37 प्रतिशत गिरावट से डाउनग्रेड करके बेचने की सलाह दी है।
भारतीय बैंकों ने चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में रिटर्न ऑफ एसेट (ROA) में शानदार विस्तार देखने को मिला है।
गोल्डमैन सैक्स के प्रवक्ता ने बताया है की उनका मानना है कि रिटर्न ऑफ एसेट अब मार्जिन पर निरंतर दबाव को देखते हुए कम करना शुरू कर दिया जायेगा। इससे हम वित्त वर्ष 2015 तक बढ़ाने की उम्मीद जताते हैं | और लोन-डिपॉजिट रेट बढ़ने के कारण धीमी लोन वृद्धि होने के आशार हैं।
आईएएनएस एजेंसी के अनुसार गोल्डमैन सैक्स ने बताया है कि हमारा मानना है कि पूरे सिस्टम में मजबूत बैलेंस शीट की पृष्ठभूमि के बीच सभी खिलाड़ियों को बाजार हिस्सेदारी बनाए रखने या मार्जिन से समझौता करने की दुविधा का सामना करना पड़ता है।
यस बैंक, एसबीआई आईसीआईसीआई बैंक का टारगेट प्राइस:
ब्रोकरेज में एसबीआई के लिए ₹741 रुपए का टारगेट प्राइस तय किया गया है जबकि इसमें आइसीआइसीआइ बैंक का टारगेट प्राइस 1068 और येस बैंक के लिए ₹16 कर दिया है बजाज फाइनेंस के लिए 68 ₹15 का लक्ष्य रखा है जबकि एचडीएफसी बैंक के शेरों का टारगेट प्राइस 1915 किया है |
डिस्क्लेमर:
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— CNBC-TV18 (@CNBCTV18News) February 23, 2024
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