Life Insuarance Corporation Of India: जीवन बीमा निगम (LIC) के पास 880.93 करोड़ रुपये की अनक्लेम्ड मैच्योरिटी रकम पड़ी है | वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में इसकी जानकारी दी तो सभी चौंक गए |
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Life Insurance Corporation Of India:
जीवन बीमा निगम (LIC) के पास 880.93 करोड़ रुपये की अनक्लेम्ड मैच्योरिटी रकम पड़ी है | वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में इसकी जानकारी दी तो सभी चौंक गए |
Life Insurance Corporation Of India:
देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी जीवन बीमा निगम (LIC) ने एक चौंकानेवाला आंकड़ा पेश किया है | एलआईसी का कहना है कि उनके पास करीब 880.93 करोड़ रुपये का मैच्योरिटी अमाउंट है, जिस पर कोई दावा नहीं कर रहा है | वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में इसकी जानकारी देते हुए कहा कि जीवन बीमा निगम के पास 880.93 करोड़ रुपये की अनक्लेम्ड मैच्योरिटी रकम पड़ी है | उनकी इस बात ने सभी को चौंका दिया |
इस स्थिति में राशि को मान लिया जाता है अन्क्लेम्ड:
अनक्लेम्ड रकम का मतलब यह है कि मैच्योरिटी पूरी हो जाने के बाद भी पॉलिसीधारकों ने अपने पैसे नहीं लिए हैं | यदि पॉलिसीधारक को बीमाकर्ता से तीन साल या उससे अधिक समय तक कोई लाभ नहीं मिला है, तो राशि को अनक्लेम्ड मान लिया जाता है |
ऐसा उन स्थितियों में होता है, जब या तो पॉलिसीधारक प्रीमियम का भुगतान करना बंद कर देता है या पॉलिसीधारक की मृत्यु हो जाती है या फिर पॉलिसी मैच्योर हो जाने के बाद भी कोई अमाउंट को वापस लेने के लिए आगे की प्रक्रियाओं को पूरा नहीं करता है |
कहां ट्रांसफर किया जाता है अनक्लेम्ड अमाउंट:
अगर मैच्योरिटी के बाद दस साल से अधिक समय तक राशि पर कोई दावा नहीं करता है, तो सारा का सारा पैसा सरकार के वरिष्ठ नागरिक कल्याण कोष में ट्रांसफर कर दिया जाता है |
इस तरह से करें अनक्लेम्ड मैच्योरिटी की जांच जीवन बीमा निगम के अनक्लेम्ड मैच्योरिटी को जांचने के लिए सबसे पहले एलआईसी की वेबसाइट https://licindia.in/home पर जाएं |
अब होमपेज पर कस्टमर सर्विस ऑप्शन पर क्लिक करें |
इसके बाद पॉलिसीधारक अनक्लेम्ड अमाउंट को सिलेक्ट कर इस पर क्लिक करें |
इसमें पॉलिसी नंबर, नाम, जन्म तिथि और पैन कार्ड नंबर जैसी डिटेल भरें और आखिर में सबमिट बटन पर क्लिक करें |
इस राशि पर अपना दावा ठोकने के लिए एलआईसी ऑफिस से फॉर्म लें या साइट से डाउनलोड करें |
अब इसे पॉलिसी डॉक्यूमेंट्स जैसे कि प्रीमियम की रसीदें और अगर पॉलिसीधारक की मृत्यु हो गई है, तो डेथ सर्टिफिकेट के साथ अटैच्ड कर जमा करें |
जीवन बीमा निगम इस क्लेम की जांच करेगा. अगर ये अप्रूव हो जाता है, तो अनक्लेम्ड अमाउंट आपको ट्रांसफर कर दिया जाएगा |
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