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Paying Rent with Credit card: किराए का भुगतान? पढ़ें इसके फायदे, नुकसान का भी रखें ख्याल

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Paying Rent with Credit card: क्रेडिट कार्ड से मकान मालिक को किराए का भुगतान करने के कई फायदे हैं, लेकिन कुछ बातों का भी ध्यान रखना जरूरी है | नहीं तो जोखिम का खतरा भी बना रहता है |

Paying Rent with Credit card:

Paying Rent with Credit card
Paying Rent with Credit card

 

क्रेडिट कार्ड से किराया भरने की कई सुविधाएं हैं | इससे बचत भी की जा सकती है. हालांकि, क्रेडिट कार्ड से रेंट पेमेंट करने से पहले ये देखना जरूरी है कि इसके क्या-क्या फायदे हैं और संभावित नुकसान क्या हैं? हम आपको क्रेडिट कार्ड से किराए का भुगतान के बारे में डिटेल बताने जा रहे हैं |

ऐसे करें क्रेडिट कार्ड से रेंट का भुगतान:

सबसे पहले तो इसके लिए एक विश्वसनीय प्लेटफॉर्म को चुनें | आमतौर पर क्रेडिट कार्ड से रेंट का भुगतान थर्ड पार्टी प्लेटफॉर्म के जरिए होता है, जो किराएदार और मकान मालिक के बीच एक पुल का काम करता है |

प्लेटफॉर्म चुनने के बाद अपने मकान मालिक का नाम, बैंक अकाउंट संबंधी डिटेल सहित अन्य जानकारियां दें | अब क्रेडिट कार्ड के जरिए किराए का भुगतान करें | इसके बदले रेंट पेमेंट प्लेटफॉर्म आप ही के क्रेडिट कार्ड से कुछ अतिरिक्त पैसे शुल्क के रूप में लेता है | आमतौर पर यह किराए की राशि का 1.5 फीसदी से 3 फीसदी के बीच होता है | इसके बाद पैसा सीधे मकान मालिक के अकाउंट में ट्रांसफर हो जाता है |

क्रेडिट कार्ड से रेंट देने के कई फायदे:

क्रेडिट कार्ड से रेंट देने के कई फायदे

 

लेनदेन की प्रक्रिया पूरी हो जाने की जानकारी मकान मालिक और किराएदार दोनों को मिलती है | क्रेडिट कार्ड से रेंट भरने के कई फायदे हैं जैसे कि इससे कैशबैक या प्वॉइंट्स मिलते हैं | अगर किराया ज्यादा है, तो रिवॉर्ड के रूप में मिलने वाला अमाउंट भी ज्यादा होता है | जैसे कि अगर किराया 25,000 है, तो 2 फीसदी के कैशबैक के हिसाब से आपको मासिक 500 रुपये मिलते हैं |

इसके अलावा, अगर क्रेडिट कार्ड का पैसा बिना ब्याज के भरना है, तो इसके लिए एक निश्चित समयावधि भी दी जाती है | इस दौरान अगर आप क्रेडिट कार्ड से लिया गया लोन चुका देते हैं, तो कोई इंटरेस्ट भी नहीं लगता है | अगर आप क्रेडिट कार्ड के जरिए हर बार समय पर किराए का भुगतान करते हैं और लोन भी चुका देते हैं, तो इससे आपका क्रेडिट स्कोर बेहतर बनता है |

अगर नकद या UPI ट्रांसफर या चेक से रेंट भरने में परेशानी है, तो क्रेडिट कार्ड इस प्रक्रिया को आसान बना देता है | आप ऑटोमैटिक पेमेंट का भी ऑप्शन चुन सकते हैं ताकि अगर आप भूल भी जाएं फिर भी समय पर रेंट का भुगतान हो जाए | क्रेडिट कार्ड से रेंट भरने का एक और फायदा ये है कि इससे आपको कैश जुटाने के झंझट से मुक्ति मिलती है |

इस बात का रखें ख्याल:

हालांकि, आपको हर बात बस इस बात का ध्यान रखना है कि कहीं गलती से आप रेंट चुकाने के लिए क्रेडिट कार्ड से लिए गए लोन को भरने में देरी कर देते हैं, तो आपको अधिक इंटरेस्ट देना पड़ सकता है, जो आमतौर पर सालाना 30 से 42 फीसदी तक होता है |

इसके साथ ही रेंट पेमेंट के लिए प्लेटफॉर्म चुनते वक्त भी इस बात का ध्यान रखें कि किस पर कितना चार्ज लगता है, किस प्लेटफॉर्म पर अच्छा रिवॉर्ड मिलता है | क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करने के बाद हमेशा इसे ट्रैक करते रहे, नहीं तो आपका क्रेडिट स्कोर नेगेटिव में जा सकता है |

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